पीएम मोदी के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने प्राइवेट डिनर का आयोजन किया. इस दौरान बाइडेन की ओर से पीएम मोदी को कुछ खास गिफ्ट दिए गए. बदले में पीएम मोदी ने भी बाइडेन और जिल बाइडेन को गिफ्ट दिए. पीएम मोदी अपने दौरे के दूसरे दिन अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के अमेरिका दौरे पर हैं. वे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के न्योते पर अपनी पहली स्टेट विजिट पर यूएस पहुंचे हैं,अमेरिका में अपनी यात्रा के पहले दिन UN में योग समेत कई कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद व्हाइट हाउस पहुंचे. यहां जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने पीएम मोदी के लिए प्राइवेट डिनर का आयोजन किया था. व्हाइट हाउस में पीएम मोदी का स्वागत जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने किया. इस प्राइवेट इंगेजमेंट के दौरान दोनों देशों के नेताओं ने एक दूसरे को गिफ्ट भी दिए. अब पीएम मोदी के दौरे के दूसरे दिन उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. इसके अलावा वे स्टेट डिनर में भी शामिल होंगे.
पीएम मोदी की ओर से क्या क्या गिफ्ट दिए गए?
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक विशेष चंदन का डिब्बा भेंट किया, जिसे जयपुर के एक मास्टर शिल्पकार द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है. इसपर मैसूर से प्राप्त चंदन में जटिल रूप से नक्काशीदार वनस्पतियों और जीवों के पैटर्न हैं.
क्यों खास है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये अमेरिकी दौरा कई मायनों में खास है. प्रधानमंत्री रहते हुए मोदी का ये छठा अमेरिका दौरा है. हालांकि, ये पहली बार है जब वो राजकीय दौरे पर हैं. इस दौरे में पीएम मोदी व्हाइट हाउस में जो बाइडेन के साथ बैठक करेंगे. पीएम मोदी के सम्मान में स्टेट डिनर का आयोजन होगा. अगले दिन कांग्रेस के सेशन को संबोधित करेंगे. आखिरी दिन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से भी पीएम मोदी की मुलाकात होगी,
22 जून को पीएम मोदी अमेरिकी संसद की संयुक्त बैठक को भी संबोधित करेंगे. वो इससे पहले साल 2016 में अमेरिकी संसद को संबोधित कर चुके हैं. दो बार अमेरिकी संसद को संबोधित करने वाले पीएम मोदी पहले भारतीय नेता हैं. प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिकी दौरे में कई अहम समझौते होने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि ये भारत को सुपरपावर बनाने वाली अब तक की सबसे बड़ी डिफेंस डील होगी,
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने पिछले हफ्ते ही अमेरिकी प्रीडेटर ड्रोन 31 MQ-9B की खरीद को मंजूरी दी है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस तीन अरब डॉलर की डील का ऐलान कर सकते हैं. इसके अलावा इस दौरे में GE F414 इंजन का निर्माण भारत में ही होने पर मुहर लग जाएगी. ऐसा होता है तो फिर भारत में ही जेट इंजन बनाए जा सकेंगे,
इसके साथ ही पीएम मोदी के इस दौरे में स्ट्राइकर बख्तरबंद वाहनों के साझा उत्पादन का समझौता भी हो सकता है. स्ट्राइक को दुनिया की सबसे ताकतवर बख्तरबंद गाड़ियां माना जाता है.