अभी दिल्ली सरकार के एक बड़े अधिकारी प्रेमचंद्र खाका को 14 साल की लड़की के बलात्कार और तीन बार एबॉर्शन के केस में पकड़ा गया है उसके बारे में बड़ी खतरनाक जानकारी सामने आ रही है
प्रेमचंद्र खाका झारखंड का एक कन्वर्टेड ईसाई था लेकिन एक ईसाई होने के बावजूद वह अनुसूचित जनजाति है यानी शेड्यूल्ड ट्राइब का आरक्षण ले रहा था और शेड्यूल्ड ट्राइब के आरक्षण से आईएएस अधिकारी बन गया था और दिल्ली सरकार में कई बड़े पदों पर रहा
वह ट्रांसपोर्ट मंत्री का ओएसडी रहा फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी था और बाद में महिला बाल विकास का सहायक निदेशक था और दिल्ली महिला आयोग की स्वाति मालीवाल के विभाग का भी सचिव था
यह अपनी सरकारी नौकरी कम करता था और एक पादरी का काम ज्यादा करता था यह तीन ईसाई मिशनरी चलाता था और सरकारी पद पर होते हुए भी ईसाई मिशनरी के कार्यक्रम आयोजित करता था और बड़े पैमाने पर डोनेशन इकट्ठा करता था और उन पैसों से यह दिल्ली में नए चर्च का निर्माण करता था तथा गरीब और भोले भाले लोगों का धर्म परिवर्तन करवाता था
यह जिस चर्च में जाता था उस चर्च में एक नाबालिक बच्ची आती थी वह काफी परेशान थी क्योंकि उसके पिता का निधन हो गया था उसने बहला-फुसलाकर उस लड़की को अपने घर पर लाया और 3 सालों तक हर रोज उसका बलात्कार करता रहा यहां तक कि उसकी पत्नी और उसका बेटा भी सारी करतूत जानते थे और दो बार जब वह लड़की गर्भवती हुई तब उसकी पत्नी ने ही उसे गर्भपात की दवा दी और एक बार तबीयत बिगड़ने पर वह गायनेक हॉस्पिटल में भी लेकर गई थी
यहां तक कि उसका बेटा भी अपने बाप की करतूतों को जानता था
जब उस बच्ची को पैनिक अटैक आने लगा तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ लेकिन उसके पहले उसके विभाग के कई लोग इसकी करतूतें जानते थे इसने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर इन ओपन रिलेशनशिप लिखा था तब एक सहकर्मी ने जब पूछा था कि आप शादीशुदा होते हुए भी ऐसा क्यों लिखे हैं तब उसने जवाब दिया था कि मेरा एक ओपन रिलेशनशिप भी है उसे भी मैंने अपने घर में रखा है
यहां तक कि इसकी मामले की पूरी जानकारी स्वाति मालीवाल को भी थी लेकिन इस अधिकारी को चर्च के आर्डर पर बचाया गया लेकिन जब उसे बच्ची को पार्क में बैठे हुए पैनिक अटैक आया और तब उसने वहां बैठे कुछ महिलाओं को जब अपनी दास्तां बताई और मीडिया में यह खबर छपी तब जाकर बड़ी मजबूरी में केजरीवाल ने इस अधिकारी पर कार्रवाई किया
और पता चला है की चर्च ने इस अधिकारी को बचाने के लिए चार बड़े वकील तय कर दिए हैं
निर्भया के बलात्कारियों के मामले में इस कन्वर्टेड अधिकारी ने कहा था कि उन्हें बेकार में सजा दी जा रही है उन्हें एक बार सुधारने का मौका देना चाहिए और इसी ने निर्भया का जो नाबालिक दरिंदा था उसे सिलाई मशीन से लेकर उसके पुनर्वास का पूरा इंतजाम किया था और बाकायदा टीवी चैनलों पर आकर कहा था कि किसी को भी फिर से अपनी जिंदगी शुरू करने का पूरा अधिकार है