भाजपा ने काटी दिग्गजों की टिकट, इन छोटे नेताओं को मिला मौका…जातिगत समीकरण का रखा ध्यान
भाजपा ने टिकट वितरण में जातिगत समीकरण और छोटे नेताओं जिनका क्षेत्र में जनाधार है, को मौका दिया है। साथ ही अनुभव को भी ध्यान में रखा गया है।
भाजपा ने टिकट वितरण में जातिगत समीकरण और छोटे नेताओं जिनका क्षेत्र में जनाधार है, को मौका दिया है। साथ ही अनुभव को भी ध्यान में रखा गया है। पार्टी ने संगठन में काम करने वाले नेताओं को ज्यादा महत्व दिया है। साथ ही पिछली बार से सबक लेते हुए पार्टी ने कई दिग्गज नेताओं की टिकट काटी है, जो पिछला चुनाव हार गए थे। पार्टी ने जातिगत समीकरण का भी ध्यान रखा है।
21 में से 11 आरक्षित सीटें हैं, जबकि 10 सामान्य सीटें हैं। 10 सामान्य सीटों में से ज्यादातर पर पार्टी ने ओबीसी वर्ग को टिकट दिया है। केवल एक सीट सामान्य वर्ग के हिस्से में गई है, जबकि सामान्य सीट पर भी आदिवासी को टिकट दिया गया है।
लखनलाल को इसबार कोरबा से टिकट
भाजपा की सूची में पूर्व विधायकों को भी मौका दिया है, इसमें विजय बघेल, रामविचार नेताम, संजीव शाह और लखन लाल देवांगन का नाम शामिल हैं। इनमें से देवांगन कटघोरा से 2018 में चुनाव हारे थे। इस बार पार्टी ने उन्हें कोरबा से टिकट दिया है। यहां वे मंत्री जयसिंह अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
प्रेमनगर से आदिवासी वर्ग से आने वाले भूलन सिंह मरावी को प्रत्याशी बनाया है। ये वर्तमान में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व जिला पंचायत सदस्य भी थे। प्रतापपुर से शंकुलता पोर्ते को प्रत्याशी बनाया गया है। ये वर्तमान में भाजपा महिला मोर्चा बलरामपुर की अध्यक्ष हैं।