अश्विनी वैष्णव भारत में एक लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स हुए शुरू, यूनिकॉर्न की संख्या 108 हुई; G20 बैठक में बोले

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अश्विनी वैष्णव भारत में एक लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स हुए शुरू, यूनिकॉर्न की संख्या 108 हुई; G20 बैठक में बोले 

 केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने G20 बेंगलुरु में हुई जी20 की बैठक में  कहा कि भारत बीते एक दशक में उद्यमशीलता परिदृश्य बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है। इस कारण स्टार्टअप्स की संख्या बढ़कर 100000 से अधिक हो गई है। इसके साथ ही 108 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न बने हैं। भारतीय स्टार्टअप्स की वैल्यू 450 अरब डॉलर से अधिक है।

केंद्रीय रेल और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आइटी मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से कहा कि भारत में उद्यमशीलता परिदृश्य में उल्लेखनीय परिवर्तन देखने को मिला है। देश में तेजी से स्टार्टअप्स की संख्या में इजाफा हुआ है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बेंगलुरु में हुई G20 की डिजिटल इनोवेशन एलायंस बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि, पिछले एक दशक में भारत के उद्यमशीलता परिदृश्य में काफी बड़ा बदलाव आया है। बता दें, भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है, जिसके तहत कई मुद्दों पर अलग-अलग शहरों में बैठकों का आयोजन किया जा रहा है।

आगे कहा कि देश में एक दशक पहले 500 स्टार्टअप थे, जिनकी संख्या बढ़कर एक लाख हो गई है और 108 स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन चुके हैं। हमारे देश में डेवलपमेंट और इनोवेशन की भावना है, जिससे नए सॉल्यूशन मिलते हैं।

G20 डिजिटल इनोवेशन एलायंस में बेंगलुरु हुआ और इसमें G20 डीआईए ग्लोबल स्टार्ट-अप विजेताओं को ऑवर्ड दिए गए। इसमें रूस, मिस्र, फ्रांस, जापान, इंडोनेशिया, ब्राजील और भारत जैसे कई देशों के स्टार्ट-अप शामिल हुए थे। डीआईए प्रोग्राम में G20 देशों से 174 स्टार्टअप हैं। ये स्टार्टअप एडटेक, हेल्थकेयर, एग्रीटेक, फिनटेक और सिक्योर्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर से होते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि बेंगलुरु जो कि एक समय ग्लोबल सॉल्यूशन प्रोवाइडर था। आज भारत के लिए सॉल्यूशंस का प्रोवाइडर बना हुआ है। पीएम मोदी के नेतृ्त्व में हमने अपनी क्षमतों का विस्तार किया है। वंदे भारत जैसी वर्ल्ड क्लास ट्रेन के साथ डिफेंस, रेलवे, हेल्थ, टेलीकॉम, ऑटोमोबाइल और सोरल सेक्टर में काम किया जा रहा है।

इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आइटी मंत्रालय के सचिव अल्केश कुमार शर्मा ने कहा कि हमारे स्टार्टप्स की वैल्यू करीब 450 अरब डॉलर पर पहुंच गई है।