*सफलता की कहानी*
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*हेल्थ कैम्प दूर दराज के ग्रामीणों के लिए लाभकारी सिद्ध हुए*
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*6 वर्षीय आराधना को हृदय में छेद की बीमारी से मिली मुक्ति*
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*शिविर में अत्याधुनिक मशीनों से हुई जांच में मालूम हुई जानकारी*
इंदौर, 20 अगस्त 2024
सांवेर निवासी ग्राम पुहाडाहप्पा निवासी जितेन्द्र सिलेवन और मंजू बाई बीते लंबे समय से अपनी छह वर्षीय बेटी आराधना के हृदय में छेद संबंधी बीमारी को लेकर हर वक्त चिंता में ही डूबे रहने को मजबूर थे। जितेन्द्र ने बेटी के इलाज के लिए कई निजी अस्पतालों के चक्कर लगाए लेकिन दिल में छेद और आपरेषन की लाखों रूपये की राशि की बात सुनते ही उनके हाथ पैर फूल जाते और गरीबी के मद्देनजर हिम्मत जवाब देने लगती। कई रातें तो बेटी के इलाज की फिक्र में जागरण में ही काट दी। बस मन में एक ही इच्छा थी कि बेटी का अच्छे से इलाज हो जाए। इसी चिंता के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदर्शी सोच और आमजन तक बेहतर चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिले इसी सोच के साथ ग्राम सांवेर में निशुल्क हेल्थ कैम्प का आयोजन हुआ। इस कैम्प की जानकारी मिलने पर जितेन्द्र और उनकी पत्नी बेटी के इलाज कराने के लिए इस शिविर में लाए। यहां राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से जुड़े चिकित्सकों ने जितेन्द्र की नन्ही बेटी का स्वास्थ्य परीक्षण किया और बताया कि उनकी बेटी के हृदय में छेद भर चुका है। यह सुनते ही उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और मारे खुशी के जितेन्द्र और मंजू बाई के आंखों में आंसू आ गए। यह बात सुनकर उन्हें चिकित्सक की बात पर विश्वास नहीं हुआ तो उन्होंने दोबारा चिकित्सकों से वही बात पुनः दोहराने की बात कही। उन्होंने बताया स्वास्थ्य शिविर का लाभ हमें मिला। ऐसे शिविर समय समय में आयोजित होने चाहिए जिससे दूर दराज के रहने वालों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
आरबीएसके जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया हमारे पास आने वाले ऐसे केस में हम बच्चों को नियमित फालोअप के लिए बुलाते है। नियमित रूप से बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण और इको प्रक्रिया से हृदय में छेद की स्थिति की जांच की जाती है। नियमित फालोअप और स्वास्थ्य जांच आदि से कई बच्चों का कुदरती रूप से हृदय में छेद की समस्या दूर हो जाती है। उन्होंने बताया करीब 100 में से 80 बच्चों के हृदय में छेद संबंधी समस्या का निराकरण हो जाता है। शेष बच्चों को ऑपरेशन हेतु रेफर किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि इन्दौर संभागायुक्त श्री दीपक सिंह के समन्वय से संभाग के समस्त जिलों के दूरदराज क्षेत्रों में शिविर का आयोजन किया जाकर बडी संख्या में आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला। अत्याधुनिक मशीनों से जांच और निशुल्क दवाओं का वितरण होने से आमजन तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के उद्देश्य को सफलता मिली है।