इंदौर। वन विभाग और कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के कर्ताधर्ताओं की लापरवाही से बुरहानपुर से बुधवार रात चिड़ियाघर लाई गई 10 माह की मादा तेंदुआ पिंजरा तोड़कर भाग गई। मादा तेंदुआ बुरहानपुर से रेस्क्यू कर वन विभाग की टीम जर्जर हुए पिंजरे में रखकर लाकर लाई गई थी। बारीश के चलते टीम ने वाहन को त्रिपाल से ढंक रखा था। चिड़ियाघर में वाहन खड़ा कर दिया था। इसके बाद त्रिपाल उठाकर न चिड़ियाघर न रेस्क्यू टीम के किसी सदस्य ने घायल तेंदुआ किस हाल में है यह जानने की कोशिश नहीं की। रेस्क्यू टीम ने रात को साढ़े 11 बजे तक सर्चिंग की गई लेकिन मादा तेंदुआ का कोई निशान नहीं मिला। शुक्रवार दोपहर 12 बजे बाद फिर से तलाश की जाएगी।
इसके बाद रेस्क्यू टीम वन विभाग की नवरतन बाग स्थित गेस्ट हाउस पर चली गई। सुबह जब वन विभाग की टीम और चिड़ियाघर के कर्मचारी ने तेंदुए को पिंजरे में शिफ्ट करने के लिए त्रिपाल हटाया तो तेंदुआ पिंजरे में नहीं था। इसके बाद दोनों विभागों के अधिकारियों के बीच हड़ंकप मच गया। दिनभर में तीन बार सर्चिंग की गई। जहां वाहन रखा गया था जू प्रबंधन ने वहां के कैमरे खराब होने की बात कही। हालांकि वन विभाग के लोग कहना था कि कैमरे में साफ नहीं लेकिन तेंदुआ के गुजरने की झलक नजर आ रही है।